एफएटीएफ के फैसले से पाकिस्तान के उड़े होश।
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FATF |
वैसे तो हम सभी जानते है कि पाकिस्तान की आजकल की हालत कैसी है।पाकिस्तान आजकल गरीबी में चल रहा है फिर भी पाकिस्तान हमेशा युद्ध के लिए सोचता रहता है।अब एक बार फिर से एफएटीएफ ने पाकिस्तान को एक बड़ा झटका दिया है और सायद यह पाकिस्तान को आखिरी मौका मिला है। एफएटीएफ का कहना है अभी भी समय है अपने आपको सुधार लो पकिस्तान वरना अनजाम बहुत बुरा होने होगा। एफएटीएफ की बैठक में पाकिस्तान खुद को बिखरता हुआ देख रहा है।पाकिस्तान आतंकियों के खिलाफ करवाई करने में नाकाम हो दिख रहा है इसीलिए अब उसे डार्क ग्रे लिस्ट में डाल दिया गया है।और उसे अपने को सुधारने के लिए अंतिम चेतावनी दी गयी है।
एफएटीएफ की बैठक में भाग लेने वाले लोगो का कहना है कि अगर उसने अपने वहाँ पनाह देने वाले आतंकियों के खिलाफ अगर सख्त कार्यवाई नही करता है तो उसे वहा के सभी लोगो द्वारा अलग थलग कर दिया जाएगा। और फिर पाकिस्तान का साथ देने के लिए कोई भी नही होगा।वहा के अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान 27 पॉइन्ट में से केवल 6 पर खुद को सही साबित किया यही।इसीलिए एफएटीएफ का खतरा पाकिस्तान पर मंडरा रहा है।
पाकिस्तान को मदद की आस इन देशो से थी।
जब केंद्र सरकार ने जम्मु कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छीन लिया तो पाकिस्तान के होश उड़ गए और पाकिस्तान युद्ध की धमकी देने लगा ।पाकिस्तान ने सोचा होगा कि युद्ध के डर से सायद भारत पीछे हट जाए पर भारत डरने वाले देशों में से नही है जो किसी की धमकी से डर जाए।और फिर पाकिस्तान ने भारत खिलाफ दुनिया भर में जहर उगलने का काम करने लगा। उसने सोच होगा कि सभी देशों भारत के खिलाफ कर देंगे।पाकिस्तान ने टर्की, मलेशिया और चीन से मांगी पर इस बात पर पाकिस्तान से साथ कोई भी नही खड़ा हुआ।
क्या है डार्क ग्रे लिस्ट।
एफएटीएफ के नियम के अनुसार ग्रे ओर ब्लैक लिस्ट के बीच मे डार्क ग्रे लिस्ट अति है।ग्रे लिस्ट का मतलब होता है आखिरी चेतावनी या किसी भी देश को सुंधरने का आखिरी मौका देना होता है। अगर अब भी पाकिस्तान अपनी हरकतों से बाज नही आया तो उससे ब्लैक लिस्टेड कर दिया जाएगा।क्या है ब्लैक लिस्ट।
जो देश आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग का सहारा लेकर अपने राज कोष के धन का सहारा लेकर आतंकियों का साथ देते है,उन्हें ब्लैक लिस्ट की सूची में डाल दिया जाता है। क्योंकि आतंकी फंडिंग और मनी लांड्रिंग से आतंकी संगठनों को सहारा मिलता है। और ब्लैक या ग्रे लिस्ट में डालने का काम FATF(Financial Action Task Force) करती है।
FATF यानी फाइनेंसियल एक्शन टास्क फ़ोर्स इसकी स्थापना 1989 में पेरिस में एक आयोजत एक शिखर सम्मेलन की गई थी।यदि किसी देश को ब्लैक लिस्ट डाल दिया जाए तो उस देश पर हर तरह की मुश्किलों का पहाड़ टूट पड़ता है।जैसेकि उस देश के साथ व्यापार बंद कर दिया जाता है उसे किसी भी तरह की सहायता प्राप्त नही होती है।
क्या ग्रे लिस्ट-
ग्रे लिस्ट की सूची में उन देशों को शामिल किया जाता है जो देश अपने फाइनेंसियल सिस्टम से आतंकी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग का साथ देने के लिए उपयोग नही करते है।
कौन से देश ब्लैक लिस्ट की सूची में है-
1-नार्थ कोरिया
2-ईरान
3-क्यूबा
4-सीरिया
इस सूची में अगला नाम पाकिस्तान का भी नाम हो गया है।वैसे भी पाकिस्तान बुरी तरह अपने ही जाल में फस गया है।राजनाथ सिंह का एक बयान भी आया था कि अगर पाकिस्तान सच मे आतंकवाद खत्म करना चाहता है तो भारत उसका पूरा साथ देगा।पर सायद ये पाकिस्तान के प्रधान मंत्री इमरान खान को पसंद नही आया और आएगा भी क्यों ,क्योंकि पाकिस्तान फंडिंग तो उन्ही के लिए करता है।
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Imran Khan |
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